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Behavioral Finance: Understanding Market Anomalies and Investor Biases
Read More: Behavioral Finance: Understanding Market Anomalies and Investor BiasesBehavioral finance is a field of study that combines psychological theories with conventional economics to explain why investors make irrational financial decisions. Unlike traditional financial theories that assume markets…
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प्रेम न बारी ऊपजै, प्रेम न हाट बिकाय (अर्थ)
Read More: प्रेम न बारी ऊपजै, प्रेम न हाट बिकाय (अर्थ)प्रेम न बारी ऊपजै, प्रेम न हाट बिकाय । राजा परजार जोहि रुचे, सीस देइ ले जाए ।। अर्थ: प्रेम न जो बाड़ी (बगीचा) में उपजता है और न…
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पाँच पहर धन्धे गया, तीन पहर गया सोय (अर्थ)
Read More: पाँच पहर धन्धे गया, तीन पहर गया सोय (अर्थ)पाँच पहर धन्धे गया, तीन पहर गया सोय । एक पहर भी नाम बिन, मुक्ति कैसे होय ।। अर्थ: दिन में आठ पहर होते हैं, उन आठ पहरों में…
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न्हाये धोये क्या हुआ, जो मन मैल न जाय (अर्थ)
Read More: न्हाये धोये क्या हुआ, जो मन मैल न जाय (अर्थ)न्हाये धोये क्या हुआ, जो मन मैल न जाय । मीन सदा जल में रहै, धोये बास न जाय ।। अर्थ: नहाने और धोने से क्या लाभ जब कि…
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प्रेम पियाला जो पिये, सीस दक्षिणा देय (अर्थ)
Read More: प्रेम पियाला जो पिये, सीस दक्षिणा देय (अर्थ)प्रेम पियाला जो पिये, सीस दक्षिणा देय । लोभी शीश न दे सके, नाम प्रेम का लेय ।। अर्थ: व्यक्ति प्रेमामृत से परिपूर्ण प्याले का पान करते हैं वह…
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धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय (अर्थ)
Read More: धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय (अर्थ)धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय । माली सींचे सौ घड़ा, ऋतु आए फल होय ।। अर्थ: हे मन धीरे-धीरे सब कुछ हो जाएगी माली सैकड़ों घड़े पानी…
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नहिं शीतल है, चंद्रमा, हिम नहिं शीतल होय (अर्थ)
Read More: नहिं शीतल है, चंद्रमा, हिम नहिं शीतल होय (अर्थ)नहिं शीतल है, चंद्रमा, हिम नहिं शीतल होय । कबिरा शीतल संतजन, नाम स्नेही होय ।। अर्थ: चंद्रमा शीतल नहीं है और हिम भी शीतल नहीं, क्योंकि उनकी शीतलता…
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दया कौन पर कीजिये, कापर निर्दय होय (अर्थ)
Read More: दया कौन पर कीजिये, कापर निर्दय होय (अर्थ)दया कौन पर कीजिये, कापर निर्दय होय । साईं के सब जीव है, कीरी कुंजर दोय ।। अर्थ: किस पर दया करनी चाहिए या किस पर नहीं करनी चाहिए…
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दया आप हृदय नहीं, ज्ञान कथे वे हद (अर्थ)
Read More: दया आप हृदय नहीं, ज्ञान कथे वे हद (अर्थ)दया आप हृदय नहीं, ज्ञान कथे वे हद । ते नर नरक ही जायंगे, सुन-सुन साखी शब्द ।। अर्थ: जिनके हृदय में दया नहीं है और ज्ञान की कथायें…
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दस द्वारे का पिंजरा, तामें पंछी मौन (अर्थ)
Read More: दस द्वारे का पिंजरा, तामें पंछी मौन (अर्थ)दस द्वारे का पिंजरा, तामें पंछी मौन । रहे को अचरज भयौ, गये अचम्भा कौन । अर्थ: यह जो शरीर है इसमें जो प्राण वायु है वह इस शरीर…
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दुर्लभ मानुष जनम है, देह न बारम्बार (अर्थ)
Read More: दुर्लभ मानुष जनम है, देह न बारम्बार (अर्थ)दुर्लभ मानुष जनम है, देह न बारम्बार । तरुवर ज्यों पत्ती झड़े, बहुरि न लागे दार ।। अर्थ: यह मनुष्य जन्म बड़ी मुश्किल से मिलता है । और यह…
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Alex Lorel
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