kabir ke dohe
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काया काढ़ा काल धुन, जतन-जतन सो खाय (अर्थ)
काया काढ़ा काल धुन, जतन-जतन सो खाय । काया ब्रह्म ईश बस, मर्म न काहूँ…
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काह भरोसा देह का, बिनस जात छिन मारहिं (अर्थ)
काह भरोसा देह का, बिनस जात छिन मारहिं । साँस-साँस सुमिरन करो, और यतन कछु…
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कबीरा धीरज के धरे, हाथी मन भर खाय (अर्थ)
कबीरा धीरज के धरे, हाथी मन भर खाय । टूट-टूट के कारनै, स्वान धरे धर…
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कबीरा सोया क्या करे, उठि न भजे भगवान (अर्थ)
कबीरा सोया क्या करे, उठि न भजे भगवान । जम जब घर ले जाएँगे, पड़ा…
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कबीरा लहर समुद्र की, निष्फल कभी न जाय (अर्थ)
कबीरा लहर समुद्र की, निष्फल कभी न जाय । बगुला परख न जानई, हंसा चुग-चुग…
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को छुटौ इहिं जाल परि, कत फुरंग अकुलाय (अर्थ)
को छुटौ इहिं जाल परि, कत फुरंग अकुलाय । ज्यों-ज्यों सुरझि भजौ चहै, त्यों-त्यों उरझत…
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कबीरा संगत साधु की, निष्फल कभी न होय (अर्थ)
कबीरा संगत साधु की, निष्फल कभी न होय । होमी चन्दन बासना, नीम न कहसी…
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कबीरा संगति साधु की, जित प्रीत किजै जाय (अर्थ)
कबीरा संगति साधु की, जित प्रीत किजै जाय । दुर्गति दूर वहावती, देवी सुमति बनाय…
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कबीरा कलह अरु कल्पना,सतसंगति से जाय (अर्थ)
कबीरा कलह अरु कल्पना,सतसंगति से जाय । दुख बासे भागा फिरै, सुख में रहै समाय…
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कबीरा गरब न कीजिए, कबहुँ न हँसिये कोय (अर्थ)
कबीरा गरब न कीजिए, कबहुँ न हँसिये कोय । अजहूँ नाव समुद्र में, का जानै…
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Alex Lorel
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